हिंदी कविता अपने प्रशंसकों को धन्यवाद कहने के लिए धन्यवाद् मेरी रचना व मेरी मेरी शब्दअब रहे नहीं सिर्फ मुझ तकअब इन में बसा आपका प्यारऔर आशीर्वादके मैं जो भी लिखती हूँआप बना देते हैं उसे खास मेरी प्रशंसा में कुछ लिख करआपने मेरी कलम का मान बढ़ायाअवगुण तो बहुत हैं...
Hindi poetry
RELATIONSHIPS
Manmarziyaan- Hindi poetry on love and romance
प्यार और रोमांस पर हिंदी कविता मनमर्ज़ियाँ चलो थोड़ी मनमर्ज़ियाँ करते हैंपंख लगा कही उड़ आते हैं यूँ तो ज़रूरतें रास्ता रोके रखेंगी हमेशापर उन ज़रूरतों को पीछे छोड़थोड़ा चादर के बाहर पैर फैलाते हैंपंख लगा कही उड़ आते हैं ये जो शर्मों हया का...
Kiraye Ka Makan- Hindi poetry on sentiments and attachment
भावनाओं पर हिंदी कविता किराये का मकान बात उन दिनों की हैजब बचपन में घरोंदा बनाते थेउसे खूब प्यार से सजाते थेकही ढेर न हो जायेआंधी और तूफानों मेंउसके आगे पक्की दीवारबनाते थे वख्त गुज़रा पर खेल वहीअब भी ज़ारी हैबचपन में बनाया घरोंदाआज भी ज़ेहन पे हावी है घर से निकला...
Tera Talabgar- Hindi poetry On love
प्यार पर हिंदी कविता तेरा तलबगार जाओ अब तुम्हारा इंतज़ार नहीं करूंगीके अब खुद को मायूस बार बार नहीं करूंगी बहुत घुमाया तुमने हमें अपनी मतलबपरस्ती मेंके अब ऐसे खुदगर्ज़ से कोई सरोकार नहीं रखूंगी रोज़ जीते रहे तुम्हारे झूठे वादों कोके अब मर के भी...
Wo Purana Ishq- Hindi poetry on true love
सच्चे प्यार पर आधारित हिंदी कविता वो पुराना इश्क़ वो इश्क अब कहाँ मिलता हैजो पहले हुआ करता थाकोई मिले न मिलेउससे रूह का रिश्ताहुआ करता था आज तो एक दँजाहीसी सी है,जब तक तू मेरी तब तक मैं तेराशर्तों पे चलने की रिवायतसी है ,मौसम भी करवट लेने से पहलेकुछ...
Gaadi ke do pahye- Hindi poetry on women Empowerment
महिला सशक्तिकरण पर हिंदी कविता गाडी के दो पहिए मैं स्त्री हूँ , और सबकासम्मान रखना जानती हूँकहना तो नहीं चाहतीपर फिर भी कहना चाहती हूँकिसी को ठेस लगे इस कविता सेतो पहले ही माफ़ी चाहती हूँसवाल पूछा है और आपसेजवाब चाहती हूँ क्या कोई पुरुष,...
Kuch kahi chhut gaya mera- Hindi poetry On love and romance
प्यार और रोमांस पर हिंदी कविता कुछ कही छूट गया मेरा तुम अपना घर ठीक सेढूंढना ,कुछ वहींछूट गया मेरा ढूंढ़ना उसे , अपने किचन मेंजहाँ हमने साथ चाय बनाई थीतुम चीनी कम लेते होये बात तुमने उसे पीने के बाद बताई थीउस गरम चाय की चुस्की लेकरजब तुमने रखा था दिल...
Pita- Hindi poetry on Father
पिता पर हिंदी कविता "पिता " लोग कहते हैं , मैं अपने पापा जैसे दिखती हूँ,एक बेटे सा भरोसा था उनको मुझपरमैं खुद को भाग्यशाली समझती हूँ। मैं रूठ जाती थी उनसे, जब वो मेरे गिरने पर उठाने नहीं आते थेपर आज समझती हूँ , वो ऐसा क्यों करते थेआज मैं अपने पैरों पे हूँ ...
Hindi inspirational poetry on Betrayal
प्रेरणादायक हिंदी कविता व्यंग्य धोखा /विश्वासघात भला उनका करो जोबदले में तुमकोदुआ के सिवा कुछ भीदे नहीं सकते उनका भला मत करोजिनसे उम्मीद है तुमको ,वो स्वार्थवश लिपटे हैं तुमसेवो कुछ कर नहीं सकते क्योंकि इनका भला करकेतुम खुद का नुकसान करते...
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