Dosti A inspirational Hindi poetry on Friendship

by | Jan 14, 2020 | friendship, INSPIRATIONAL, RELATIONSHIPS | 0 comments

Hindi poetry on Friendship - दोस्ती
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दोस्ती पर एक प्रेरक हिंदी कविता  

 
 
चलो थोडा दिल हल्का करें
कुछ गलतियां माफ़ कर आगे बढें
बरसों लग गए यहाँ तक आने में
इस रिश्ते को यूं ही न ज़ाया करें
कुछ तुम भुला दो , कुछ हम भुला दें
 
कड़ी धूप में रखा बर्तन ही मज़बूत बन पाता है
उसके बिगड़ जाने का मिटटी को क्यों दोष दें
कुछ तुम भुला दो , कुछ हम भुला दें
 
यूं अगर दफ़न होना होता ,तो कब के हो गए होते
सिल लिए थे कई ज़ख़्म हम दोनों ने ,
तब जा के ये रिश्ते आगे बढें
कुछ तुम भुला दो , कुछ हम भुला दें
 
दोस्ती एक घर है जिसमे विचारों के बर्तन खड्केंगे ही
विचारों में है जो दूरियां उनको क्यों आकार दें
कुछ तुम भुला दो , कुछ हम भुला दें
 
यूं भावनाओं के आवेश में चार बातें निकल जाती हैं
उन बातों का मोल बढ़ा कर
अपनी अनमोल दोस्ती का  मोल कम  न करें
कुछ तुम भुला दो , कुछ हम भुला दें
 
अर्चना की रचना “सिर्फ लफ्ज़ नहीं एहसास”
 
और पढ़ें:- 
 

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