प्रेम में इच्छाओं पर हिंदी कविता ख्वाब और हक़ीक़त जो चाहूँ वो पाऊँतो कैसा हो?ख्वाब और हक़ीक़त अगर एक सा हो? न कोई खौफ हो दिल में तुमसे बिछड़ने कातू हर लम्हा सिर्फ मेरा हो मैं हर शाम करूँ इंतज़ार तेराबन संवर के मेरे सिवा तेरा कोई और...
Khwab aur haqeekat Hindi poetry on desires in love
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