ek-cup-chai-rishton-par-adharit-hindi-kavita "एक कप चाय" रिश्तों पर आधारित हिंदी कविता चलो कभी मौका मिले तो , एक कप चाय पर ज़रूर आना , ग़लतफ़हमियों कि इन दीवारों से , एक ईंट हटाने ज़रूर आना l जानती हूँ कि तुम बहुत मसरूफ रहते हो , औरों कि छोड़ो, तुम कहाँ खुद से भी रोज़...
Hindi poetry
RELATIONSHIPS
Thodi si Nami A Hindi poetry on relationships
बनते बिगड़ते रिश्तों पर आधारित कविता थोड़ी सी नमी तूफानों को आने दो मज़बूत दरख्तों की औकात पता चल जाती है पेड़ जितना बड़ा और पुराना हो उसके गिरने की आवाज़ दूर तलक़ आती है सींचा हो जिन्हें प्यार से उन्हें यूं बेजान देख कर एक आह सी निकलती है पर उसे जिंदा रखने की...
kaha tak sath chaloge A Hindi poetry based on expectations in relationships
रिश्तों पर आधारित हिंदी कविता कहाँ तक साथ चलोगे सबसे जुदा हो कर पा तो लिए तुमको मैंने पर ये तो बोलो कहाँ तक साथ चलोगे ? न हो अगर कोई बंधन रस्मो और रिवाजों का क्या तब भी मेरा ही साथ चुनोगे बोलो कहाँ तक साथ चलोगे ? एक धागे में पिरोई माला तक सिमित रहेगा प्यार...
Aankho ka Noor A Hindi poetry On Mother and child love
माँ और बच्चे के प्रेम पर आधारित हिंदी कविता आँखों का नूर कल उस बात को एक साल हो गया वख्त नाराज़ था मुझसे न जाने कैसे मेहरबान हो गया मेरी धड़कन में आ बसा तू ये कैसा कमाल हो गया कल उस बात को एक साल हो गया रोज़ दुआ भी पढ़ी और आदतें भी बदली सिर्फ तेरी सलामती की चाहत रखना...
Dosti A inspirational Hindi poetry on Friendship
दोस्ती पर एक प्रेरक हिंदी कविता चलो थोडा दिल हल्का करें कुछ गलतियां माफ़ कर आगे बढें बरसों लग गए यहाँ तक आने में इस रिश्ते को यूं ही न ज़ाया करें कुछ तुम भुला दो , कुछ हम भुला दें कड़ी धूप में रखा बर्तन ही मज़बूत बन पाता है उसके बिगड़ जाने का मिटटी को क्यों दोष दें...
Laadli- Hindi Poetry on women empowerment/ Daughters/ save Girl child
महिला सशक्तिकरण / बेटी / बेटी बचाओ पर हिंदी कविता लाडली मैं बेटी हूँ नसीबवालो के घर जनम पाती हूँकहीं "लाडली" तो कहीं उदासी का सबब बन जाती हूँ नाज़ुक से कंधो पे होता है बोझ बचपन से कहीं मर्यादा और समाज के...
Sirf Tumahari- Hindi Poetry On feelings in love
हिंदी कविता प्रेम में भावनाओं पर सिर्फ तुम्हारी जब तुम आँखों से आस बन के बहते होउस वख्त तम्हारी और हो जाती हूँ मैं लड़खड़ाती गिरती और संभलती हुईसिर्फ तुम्हारी धुन में नज़र आती हूँ मैं लोगो की नज़रो में अपनी...
Ek Sham Ke Intezar Me- Hindi poetry On desires in love
हिंदी कविता प्यार में इच्छाओं पर एक शाम के इंतज़ार में कोई शाम ऐसी भी तो होजब तुम लौट आओ घर कोऔर कोई बहाना बाकी न हो मुदत्तों भागते रहे खुद सेजो चाहा तुमने न कहा खुद सेतुम्हारी हर फर्माइश पूरी कर लेने कोकोई शाम ऐसी भी तो होजब तुम लौट आओ...
Mere Mitra- Hindi poetry On Friendship
दोस्ती पर हिंदी कविता मेरे मित्र एक खुशबु सी बिखर जाती हैमेरे इर्द गिर्द जब याद आते हैं मुझे मेरे मित्र जब भी मन विचलित होता है किसी अप्रिय घटना से घंटो सुनते रहते हैं वो मेरी बकबक चाहे रात हो या दिन मेरे फिक्र में रहते...
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