Sirf Tumahari- Hindi Poetry On feelings in love

by | Dec 10, 2019 | LOVE, RELATIONSHIPS, SENTIMENTS | 0 comments

हिंदी कविता प्रेम में भावनाओं पर

सिर्फ तुम्हारी

जब तुम आँखों से  आस  बन के बहते हो
उस  वख्त तम्हारी  और हो जाती हूँ मैं

लड़खड़ाती गिरती और संभलती  हुई
सिर्फ  तुम्हारी धुन  में नज़र आती  हूँ मैं

लोगो की नज़रो  में अपनी बेफिक्री में मशगूल सी
और भीतर  तुम में मसरूफ खूद को पाती हूँ मैं

वो दूरियां जो रिश्तो को नाकामयाब कर देती हैं
उन दूरियों का एहसान मुझ पे, जो खुद को तुम्हारे  और करीब  पाती हूँ मैं

सारे रस्मों  रिवाज़ो को लांघ कर बंधन जो तुमसे जुड़ा
अब उसी को अपना ज़मीनो आसमाँ मानती हूँ

हुआ है ना होगा अब किसी से इस कदर इश्क हमसे  पिया
अब ये  गुनाह हो या रहमत खुदा की, इसे अपना गुरूर  जानती हूँ  मैं

अर्चना की रचना  “सिर्फ लफ्ज़ नहीं एहसास”  

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