रमज़ान के मौके पर हिंदी कविता एक ऐसी ईद ( कोरोना में त्यौहार ) एक ऐसी ईद भी आई एक ऐसी नवरात गई जब न मंदिरों में घंटे बजे न मस्जिदों में चहल कदमी हुई बाँध रखा था हमने जिनको अपने सोच की चार दीवारों में अब समझा तो जाना हर तरफ उसके ही नूर से दुनिया सजी एक ऐसी...
Corona me tyohar Hindi poetry on holy festival Ramadan
read more