प्रेम और विरह पर आधारित हिंदी कविता बैरी चाँद मोरी अटरिया पे ठहरा ये "बैरी चाँद" देखो कैसे मोहे चिढाये दूर बैठा भी देख सके है मोरे पिया को मोहे उनकी एक झलक भी न दिखाए .. कभी जो देखूं पूरा चाँद, याद आती है वो रात जब संग देख रहा था ये बैरी, हम दोनों को टकटकी...
Hindi poetry
MISSING SOMEONE
Khushboo A Hindi poetry based on memories
याद पर आधारित हिंदी कविता खुशबू कभी- कभी हवा अपने संग एक खुशबू उड़ा लाती है और उस से जुडी कोई याद दिला जाती है जेहन से जो हो गई थी कोसो दूर पर मन में कहीं दफ़न हो जाती है कभी अचानक कुछ यूं होता है कोई पवन का झोंका जब हमें छूता है मन वर्त्तमान को लांघ उस खुशबू के...
Barish A Hindi love poetry on rain and missing someone
प्रेम और याद पर आधारित हिंदी कविता बारिश बारिश से कहो यूं न आया करे मुझे तेरा उनके बगैर आना अच्छा नहीं लगता तूने आने से पहले दस्तक तो दी थी सर्द मौसम में भिगोने की जुर्रत तो की थी जितना चाहे रिझा ले मुझको रूमानी हो के मुझे उनके बिना भीगना अच्छा नहीं लगता मुझे तेरा...
Khat A Hindi poetry based on love and expectations
प्रेम पर आधारित कविता हिंदी में ख़त मैंने उन्हें एक ख़त भिजवाया है एक लिफाफे में उसे रखवाया है देखने में कोरा न लगे,इसलिए उस लिफाफे को खूब सजाया है जो पहुचेगा वो उनके हाथों में रख देंगें वो उसे किताबें में सोचेंगे की क्या पढूं , जब ख़त के अन्दर का हाल लिफाफे की सजावट...
Ye Zameen Hindi Poetry on Love
प्रेम पर आधारित हिंदी कविता ये ज़मीन ये ज़मीन जो बंजर सी कहलाती है बूँद जो गिरी उस अम्बर से, रूखे मन पर तो उस ज़मीन की दरारें भर सी जाती है जहाँ तक देखती है , ये अम्बर ही उसने पाया है पर न जाने, उस अम्बर के मन में क्या समाया है कभी तो बादलों सा उमड़ आया है और कभी एक...
Sardi Ki Dhoop A Romantic poetry in Hindi
सर्दी की धूप प्रेम पर आधारित हिंदी कविता इश्क तेरा सर्दी की गुनगुनी धूप जैसा जो बमुश्किल निकलती है पर जब जब मुझ पर पड़ती है मुझे थोडा और तेरा कर देती है मैं बाहें पसारे इसकी गर्माहट को खुद में समा लेती हूँ इसकी रंगत न दिख जाये चेहरे में कही इसलिए खुद को तेरे सीने में...
Mera Swarth aur uska samarpan- Hindi Patriotic Poetry on soldier and his sacrifices
सैनिक और उनके बलिदानों पर हिंदी देशभक्ति कविता मेरा स्वार्थ और उसका समर्पण मैनें पूछा के फिर कब आओगे, उसने कहा मालूम नहींएक डर हमेशा रहता है , जब वो कहता है मालूम नहीं चंद घडियॉ ही साथ जिए हम , उसके आगे मालूम नहींवो इस धरती का...
Ek Sham Ke Intezar Me- Hindi poetry On desires in love
हिंदी कविता प्यार में इच्छाओं पर एक शाम के इंतज़ार में कोई शाम ऐसी भी तो होजब तुम लौट आओ घर कोऔर कोई बहाना बाकी न हो मुदत्तों भागते रहे खुद सेजो चाहा तुमने न कहा खुद सेतुम्हारी हर फर्माइश पूरी कर लेने कोकोई शाम ऐसी भी तो होजब तुम लौट आओ...
Manmarziyaan- Hindi poetry on love and romance
प्यार और रोमांस पर हिंदी कविता मनमर्ज़ियाँ चलो थोड़ी मनमर्ज़ियाँ करते हैंपंख लगा कही उड़ आते हैं यूँ तो ज़रूरतें रास्ता रोके रखेंगी हमेशापर उन ज़रूरतों को पीछे छोड़थोड़ा चादर के बाहर पैर फैलाते हैंपंख लगा कही उड़ आते हैं ये जो शर्मों हया का...
FOLLOW US