Ek Cup Chai Rishton Par Adharit Hindi Kavita

by | Sep 8, 2022 | LIFE, RELATIONSHIPS, SENTIMENTS | 0 comments

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“एक कप चाय” रिश्तों पर आधारित हिंदी कविता

 

चलो कभी  मौका मिले तो , एक कप चाय पर ज़रूर आना ,

ग़लतफ़हमियों कि इन दीवारों से , एक ईंट हटाने ज़रूर आना l

 

जानती हूँ कि तुम बहुत मसरूफ रहते हो ,

औरों कि छोड़ो,

तुम कहाँ खुद से  भी रोज़ मिलते हो,

जब कहनी हो कोई बात, और फुर्सत न हो तुम्हारे अपनों के पास,

तो एक कप चाय पर ज़रूर आना  l 

 

तुम हिसाब के बहुत पक्के हो,  पर रिश्ते निभाने में कच्चे हो ,

कितनी चीनी कितना आटा, सिर्फ मोल भाव में वख्त था काटा ,

लौटा सको मेरा वो वख्त जो तुम पर है उधार ,

तो एक कप चाय पर ज़रूर आना  l

 

मैं  चाय चूल्हे पर रख कर , उसे धीमी आंच पे  पकाऊँगी,

जो गाने हम संग सुना करते थे , उसे playlist पर लगाऊँगी,

साँझा करना हो जिंदगी का कोई नया तराना, 

तो एक कप चाय पर ज़रूर आना l

 

मुझे शिकायत नहीं तुमसे , बस इतनी सी कहानी है ,

जिसे समझा था मंजिल हमने , अब उस से ही नज़र चुरानी है ,

बदल सको जो कभी नजरिया मेरा ,

तो एक कप चाय पर ज़रूर आना ..

ग़लतफ़हमियों कि इन दीवारों से , एक ईंट हटाने ज़रूर आना …

अर्चना की रचना ” सिर्फ लफ्ज़ नहीं एहसास”

Ek Sham Ke Intezar Me- Hindi poetry On desires in love

 

 

 

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