arman classic Hindi poetry on life

by | Sep 1, 2020 | INSPIRATIONAL, LIFE, SENTIMENTS | 0 comments

Classic  Hindi poetry on life   - अरमान >  अर्चना की रचना
  • Facebook
  • Twitter
  • Pinterest

हिंदी कविता 

 

अरमान 

अरमान जो सो गए थे , वो फिर से 

जाग उठे हैं 

जैसे अमावस की रात तो है , पर 

तारे जगमगा उठे हैं… 

बहुत चाहा कि इनसे नज़रें  फेर लूँ

पर उनका क्या करूँ,

जो खुद- ब – खुद मेरे दामन में आ सजे हैं ….

नामुमकिन तो नहीं  पर अपनी किस्मत पे 

मुझे शुभा सा है, 

कही ऐसा तो नहीं , किसी और के ख़त 

मेरे पते पे आने लगे हैं …

जी चाहता है  फिर ऐतबार करना,  

पर पहले भी हम अपने हाथ

इसी चक्कर में जला चुके हैं……

कदम फूँक – फूँक कर रखूँ तो

 दिल की आवाज़ सुनाई नहीं देगी ,

खैर छोड़ो इतना भी क्या सोचना 

के चोट खाए हुए भी तो ज़माने हुए हैं…….

 

अर्चना की रचना ” सिर्फ लफ्ज़ नहीं एहसास ” 

 

Dhundh- Hindi poetry on Love

 

Tera Talabgar- Hindi poetry On love

 

0 Comments

Submit a Comment

Pin It on Pinterest

Share This

Share this post with your friends!