प्रेम पर आधारित हिंदी कविता तुमको लिखा करूंगी अब से मैं प्यार लिखूंगी तो तुमको लिखा करूंगी वो शामें मेरी ,जो तुम पर उधार हैं , उन पर ख्वाब लिखूंगी तो तुमको लिखा करूंगी वो गलियाँ जिन पर तेरे वापस आने के निशान नहीं उन पर इंतजार लिखूंगी तो तुमको लिखा करूंगी ...
Hindi poetry
SENTIMENTS
aakhiri iccha Hindi poetry on love
प्रेम में भावनाओं पर आधारित हिंदी कविता आख़िरी इच्छा कभी कभी सोचती हूँ अगर इस पल मेरी साँसें थम जाये और इश्वर मुझसे ये कहने आये मांगो जो माँगना हो कोई एक अधूरी इच्छा जो अभी इस पल पूरी हो जाये मैं सोच में पड़ जाती हूँ के ऐसा अगर सच हुआ तो तो क्या माँगू जो ...
Koi mil gaya Hindi poetry on love
प्रेम पर आधारित हिंदी कविता कोई मिल गया इस हसीन शाम में , उमर की ढलान में हाथ थामे चलने को कोई मिल गया है हाँ मुझे कोई मिल गया है कल क्या हो नहीं जानती , पर इस मंजिल तक आते आते जो थकान थी उस से थोडा आराम मिल गया है हाँ मुझे कोई मिल गया है दिल खोल के रख दिया उसके...
Haye re Cheen Hindi poetry satire on pandemic
हिंदी कविता व्यंग्य हाय रे चीन (कोरोना और चाइना ) हाय रे चीन चैन लिया तूने सबका छीन कुछ भी न बचा तुझसे ऐसा जो न खाया तूने बीन बीन हाय तू कैसा शौक़ीन सारी दुनिया को दे के Covid 19 कर दिया तूने शक्तिहीन जब वो रो रही बिलख रही तब तू बन ने चला महा महीम हाय रे...
Es baar A Hindi love poetry on sentiments
प्रेम में भावनाओं पर हिंदी कविता इस बार सोचती हूँ, क्या इस बार तुम्हारे आने पर पहले सा आलिंगन कर पाऊँगी या तुम्हें इतने दिनों बाद देख ख़ुशी से झूम जाउंगी चेहरे पे मुस्कान तो होगी पर क्या वो सामान्य होगी तुम्हें चाय का प्याला दे क्या एक...
main to teri Holi A Hindi Love poetry On occasion of Holi
होली के अवसर पर एक प्रेम भरी हिंदी कविता मैं तो तेरी होली... ओ रे पिया मैं तो तेरी होली तन मन धन सब वारा तुझपे तेरे पीछे मैंने अपनी सुद्बुध खो ली ओ रे पिया मैं तो तेरी होली रूप श्रृंगार से रिझाया तुझको स्वाद से भी लुभाया तुझको पत्नी ,माँ,प्रेमिका और सेविका चारों...
Khushboo A Hindi poetry based on memories
याद पर आधारित हिंदी कविता खुशबू कभी- कभी हवा अपने संग एक खुशबू उड़ा लाती है और उस से जुडी कोई याद दिला जाती है जेहन से जो हो गई थी कोसो दूर पर मन में कहीं दफ़न हो जाती है कभी अचानक कुछ यूं होता है कोई पवन का झोंका जब हमें छूता है मन वर्त्तमान को लांघ उस खुशबू के...
darakhvaast A hindi poetry on love
प्रेम पर आधारित हिंदी कविता दरख्वास्त सुनो, मुझे अपना बना लो मन को तो लूभा चुके हो अब मुझे खुद में छुपा लो हूँ बिखरी और बहुत झल्ली सी अपनी नज़रों में पगली सी पर तुम्हारी नज़रों से जब खुद को देखा लगने लगी भली भली सी सुनो, इन नज़रों में ता उम्र मुझको बसा लो सुनो, मुझे...
matlab ki dhool A Hindi poetry Friends of benefits
मतलबी दोस्ती पर आधारित हिंदी कविता मतलब की धूल वख्त की तेज़ धूप ने सब ज़ाहिर कर दिया है खरे सोने पर ऐसी बिखरी की उसकी चमक को काफ़ूर कर दिया है जब तक दाना डालते रहे चिड़िया उन्हें चुगती रही हुए जब हाथ खाली तो उसकी चोंच ने ज़ख़्मी कर दिया है जब तक मेज़बान थे घर में रौनक...
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