Mujhe bhi Apne Sath Le Chalo- Hindi romantic poetry On wait

by | Dec 10, 2019 | LOVE, SENTIMENTS | 0 comments

हिंदी कविता इंतज़ार/प्रतीक्षा पर

मुझे अपने साथ ले चलो

तुम न आ सको तो  मुझे अपने साथ ले चलो
इत्र बन कर मेहकती रहूंगी तुम्हारे बदन की खुशबू के साथ

तुम न आ सको तो  मुझे अपने साथ ले चलो
रुमाल बन कर, तुम्हारे माथे को चूम लूंगी ,जब करनी हो  बात

तुम न आ सको तो  मुझे अपने साथ ले चलो
घड़ी बन कर, लिपटी रहूंगी तुम्हारी धड़कनों  के साथ

तुम न आ सको तो  मुझे अपने साथ ले चलो
फ़ोन समझ कर, मुझे थामे रखना अपने हाथों  के साथ

तुम न आ सको तो  मुझे अपने साथ ले चलो
चादर बन कर, ओढ़ लेना मुझे किसी ठंड की रात

तुम न आ सको तो  मुझे अपने साथ ले चलो
पर्स में लगी फोटो बन कर , देखते रहना मुझे तुम सदा मुस्कराहट के साथ

तुम न आ सको तो  मुझे अपने साथ ले चलो
यूँ ही सहेज लिया है, मैंने खुद को सूटकेस में,तुम्हारे सामान  के साथ साथ

अर्चना की रचना  “सिर्फ लफ्ज़ नहीं एहसास” 

0 Comments

Submit a Comment

Pin It on Pinterest

Share This

Share this post with your friends!